भारतीय किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत कर रहा है ‘सफ़ल फसल’
न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली: ग्लोबल डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन लीडर बीपीसी और उसके एसएमई मार्केटप्लेस सफल फसल ने कोविड 19 की वजह से दिक्कतें झेल रहे देश के 75 हज़ार किसानों को तकनीकी और वित्तीय समाधान देकर उनकी मदद की है। कंपनी का ज्यादा ध्यान इस बात पर हे कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद कृषि क्षेत्र और खाद्य पदार्थों की सप्लाई चेन पहले जैसे ही चलती रहे। कंपनी ने वित्तीय संस्थानों के माध्यम से एक आसान क्रेडिट लाइन बनाकर कृषि उद्योग से जुड़े लोगों तक इस मुश्किल समय में आसान कर्ज पहुंचाया है।
कोविद-19 के देश में फैलाव के साथ ही कृषि क्षेत्र के सामने तमाम नई चुनौतियां भी खड़ी हुई हैं। ऐसे में सफ़ल फसल ने कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कम्पनियों (Tanager, Bayer, Coromondal और Greaves) के साथ मिलकर किसानों को उनके काम की कृषि से जुड़ी महत्वपूर्ण सलाह देकर मदद कर रहा है। इसके साथ ही किसानों को अपनी फ़सल के खरीदारों तक पहुंचने और सही कीमत पाने में भी कंपनी किसानो की मदद कर रही है।
सफ़ल फसल कर्जदाताओं, आपूर्तिकर्ताओं और व्यापारियों को एक मंच पर लाता है ताकि उनके लिए व्यापार करना आसान हो सके। बीपीसी ने 1 जनवरी से 31 मार्च 2020 के बीच चलाए गए पायलट प्रोजेक्ट के परिणामों को इस नए डिजिटल प्लेटफॉर्म के ज़रिए साझा किया है जोकि बताता है कि कैसे सफ़ल फसल ने इस दौरान भारतीय किसानों की मदद की है। आईसीआईसीआई बैंक और दूसरे कई माइक्रो फाइनेंस संस्थानों के साथ मिलकर सफ़ल फसल किसान उत्पादक संगठनों और खुदरा विक्रेताओं को डिजिटल वित्तीय मदद प्रदान करता है ताकि किसानों उनकी उपज के लिए तुरंत भुगतान किया जा सके।
सफल फसल प्लेटफॉर्म पर अब तक 64,000 डॉलर का लेनदेन हो चुका है जोकि उसके लक्ष्य से 150 प्रतिशत अधिक है। ये रकम किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) को व्यावसायिक ऋण के रूप में पहुंची है जिससे किसानों को उनकी उपज का भुगतान हो सके।
सफल फसल के ग्लोबल हेड देबार्षि दत्ता ने बताया कि, “पिछले तीन हफ्तों के पायलट प्रोजेक्ट के दौरान हमें COVID-19 की अप्रत्याशित चुनौती के साथ काफी तेजी से काम करना पड़ा। सफल फसल टूटी हुई सप्लाई चेन के बाद किसानों के सामने आने वाली नई चुनौतियों से निपटने के लिए उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान करने में सक्षम रहा। पिछले कुछ वक्त में ऑनलाइन खरीद और भुगतान में काफी तेजी आई है ऐसे में हमारे प्लेटफॉर्म के ज़रिए किसान अपनी सेवाओं को डिजिटल बनाने में सक्षम हो रहे हैं।”
बीपीसी के सीओओ जेन लॉगिनोवा के मुताबिक, “किसान भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और इनमें काफी महिला किसान भी शामिल हैं। इसके बावजूद भी बैंकों और दूसरे वित्तीय संस्थानों तक इनकी पहुंच नहीं होती। सफल फसल मार्केटप्लेस मॉडल किसानों को इन संस्थाओं के साथ बराबरी पर खड़ा करता है।”
सफल फसल का इरादा भारत में 2 लाख किसानों तक पहुंच कर वित्तीय वर्ष 2020-2021 में अपने प्लेटफॉर्म पर लेनदेन 33 मिलियन डॉलर तक पहुंचाने का है। कंपनी का लक्ष्य अगले पांच साल में अपने मार्केटप्लेस समाधानों का उपयोग करते हुए दुनिया भर में एक करोड़ कृषि उत्पादकों की मदद करना है।