थरूर ने कांग्रेस नेतृत्व से मतभेद की बात स्वीकार की, “मैं कहीं नहीं जा रहा, मैं एक कांग्रेसी हूं”
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने गुरुवार को स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि उनका कांग्रेस नेतृत्व से कुछ मुद्दों पर मतभेद है, लेकिन यह भी साफ कर दिया कि वह पार्टी छोड़ने का इरादा नहीं रखते।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “हां, मेरी कांग्रेस नेतृत्व से मतभेद हैं और यह बात सबको पता है। कुछ बातें सार्वजनिक हैं, और मैं नेतृत्व से मिलकर सीधे बात करूंगा। अगर वे मुझसे कुछ पूछेंगे, तो मैं जवाब भी दूंगा। लेकिन मैं कहीं नहीं जा रहा… मैं एक कांग्रेसी हूं।”
थरूर ने यह बयान उस समय दिया जब वे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पांच देशों—जिनमें अमेरिका और ब्राजील शामिल हैं—की यात्रा से लौटे थे। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम का नेतृत्व उन्होंने किया था, हालांकि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें इसके लिए औपचारिक रूप से नामित नहीं किया था।
उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सार्वजनिक सराहना और सरकार की आतंकवाद के खिलाफ नीति की तारीफ के चलते कांग्रेस के अंदर उनसे नाराजगी बताई जा रही है। नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए उनकी गैरमौजूदगी पर सवाल पूछे जाने पर थरूर ने संक्षिप्त जवाब देते हुए कहा, “मुझे आमंत्रित नहीं किया गया था।”
इस पर पार्टी के ही सांसद राजमोहन उन्नीथन ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा, “नीलांबुर में जो हो रहा है, वह किसी की शादी नहीं है कि उसमें आमंत्रण भेजा जाए। कांग्रेस में नेता अपनी उपलब्धता बताते हैं और फिर प्रचार समिति तय करती है कि किसे कहां भेजना है। किसी को अलग से निमंत्रण नहीं दिया जाता।”
उन्नीथन ने आरोप लगाया कि “थरूर का मन मोदी के साथ और शरीर कांग्रेस में है। वे केवल अपने प्रति वफादार हैं और यह भूल जाते हैं कि कांग्रेस में आकर ही उन्होंने यह मुकाम पाया है।”
कांग्रेस के भीतर चल रही इन अंदरूनी खींचतानों ने एक बार फिर से पार्टी में अनुशासन और नेतृत्व के सवालों को उजागर कर दिया है।