22वां करगिल विजय दिवस पर देश दे रहा है शहीदों को श्रद्धांजलि
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: 22 वर्ष पहले आज ही के दिन भारतीय सेना के जांबाज सिपाहियों ने कारगिल से घुसपैठियों को खदेड़ कर पाकिस्तान पहुंचा दिया था। इस ऑपरेशन में कई भारतीय जवानों की शहादत को आज देश याद कर रहा है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित देश के हर नागरिक आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर जवानों को नमन कर रहा है।
इस मौके पर द्रास स्थित करगिल युद्ध स्मारक और राजधानी दिल्ली स्थित नेशनल वॉर मेमोरियल में वीरगति को प्राप्त सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को द्रास स्थित करगिल युद्ध स्मारक पर पहुँच कर वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को शर्द्धांजलि देनी थी, लेकिन ख़राब मौसम के कारण उनका हेलीकाप्टर वहां पहुँच नहीं सका, जिसके कारण उन्होंने बारामूला में देश के शूरवीरों को नमन किया।
राष्ट्रपति की गैर-मौजूदगी में लद्दाख के उप-राज्यपाल आरके माथुर ने द्रास स्थित करगिल वॉर मेमोरियल पर वीरगति को प्राप्त सैनिकों को श्रद्धा-सुमन अर्पित की। इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल बिपिन रावत, सेना की उत्तरी कमान के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी और लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कारगिल विजय दिवस पर हमारे देश की रक्षा करते हुए कारगिल में शहीद हुए सभी वीर योद्धाओं को अपनी श्रद्धांजलि दी है। एक ट्वीट में, प्रधानमंत्री ने कहा; “हम उनके बलिदानों को याद करते हैं। हम उनके पराक्रम को याद करते हैं। आज, कारगिल विजय दिवस पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने हमारे देश की रक्षा करते हुए कारगिल में अपने प्राणों की आहूति दी। उनकी बहादुरी हमें हर दिन प्रेरणा देती है। पिछले वर्ष के ‘मन की बात’ का एक अंश भी साझा कर रहा हूं।”
करगिल वॉर मेमोरियल पर वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों के परिवार सहित युद्ध में दुश्मन के छक्के छुड़ाने वाले परमवीर चक्र विजेता, नेतागढ़ योगेंद्र यादव और संजय कुमार भी उपस्थित थे।