26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दुखी हुआ: पीएम मोदी
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर से मन की बात कार्यक्रम में विभिन्न घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि 26 जनवरी को तिरेंगे का अपमान देख कर मन दुखी हो गया। बता दें कि 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली थी जिसमें उपद्रवियों ने लाल किला पर तिरंगा झंडा को उतार कर एक धर्म विशेष का झंडा लगा दिया था। उपद्रवियों ने दिल्ली पुलिस पर हमला कर कई जवानों को घायल कर दिया था।
आज मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने उसी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि, “इन सबके बीच, दिल्ली में, 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देख, देश, बहुत दुखी भी हुआ। हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है। हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया। इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है।”
“23 जनवरी को हमने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को ‘पराक्रम दिवस’ के तौर पर मनाया और 26 जनवरी को ‘गणतंत्र दिवस’ की शानदार परेड भी देखी। इस महीने, क्रिकेट पिच से भी बहुत अच्छी खबर मिली। हमारी क्रिकेट टीम ने शुरुआती दिक्कतों के बाद, शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीती। हमारे खिलाड़ियों का हार्ड वर्क और टीम वर्क प्रेरित करने वाला है।”
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में झांसी की गुरलीन चावला का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने पहले अपने घर पर और फिर अपने खेत में स्ट्रॉबैरी की खेती का सफल प्रयोग कर ये विश्वास जताया कि झांसी में भी स्ट्रॉबैरी की खेती की जा सकती है। पीएम मोदी ने बताया कि पिछले दिनों झांसी में एक महीने तक चलने वाला स्ट्रॉबैरी महोत्सव शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि खेती को आधुनिक बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और अनेक कदम उठा भी रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार के प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।
भारत की नारी शक्ति को नमन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि हर क्षेत्र में देश की महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका से सेन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु के लिए नॉन स्टॉप फ्लाइट की कमान भारतीय महिला पायलटों द्वारा संभाले जाने और 26 जनवरी की परेड में भारतीय वायुसेना की दो महिला अधिकारियों द्वारा इतिहास रचने का भी जिक्र किया।
भारत के महान क्रांतिकारियों पर लिखने के लिए युवाओं से अपील करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि युवा लेखकों के लिए India Seventy Five के तहत एक पहल शुरू की जा रही है। इससे सभी राज्यों और भाषाओं के युवा लेखकों को प्रोत्साहन मिलेगा। देश में बड़ी संख्या में ऐसे विषयों पर लिखने वाले लेखक तैयार होंगे, जिनका भारतीय विरासत और संस्कृति पर गहन अध्ययन होगा।