अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) के अध्यक्ष अनिल जैन के खिलाफ प्रस्तावित अविश्वास प्रस्ताव वापस लिया गया
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) के अध्यक्ष अनिल जैन के खिलाफ प्रस्तावित अविश्वास प्रस्ताव को शनिवार को वापस ले लिया गया। चिरौरी न्यूज को मिली जानकारी के अनुसार, एआईटीए से संबद्ध आठ राज्य टेनिस संघों ने जैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया था। इस मुद्दे पर चर्चा के लिए वार्षिक आम बैठक (एजीएम) से पहले एक असाधारण आम बैठक (ईजीएम) बुलाई गई थी।
जैन ने ईजीएम पर रोक लगाने के लिए अदालत का सहारा लिया था, लेकिन उनकी याचिका पर विचार नहीं किया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि कुछ उम्मीदवार, जो पदों के लिए नामांकन दाखिल कर रहे थे, खेल संहिता का उल्लंघन कर रहे थे। एक सूत्र ने चिरौरी न्यूज को बताया कि अब अविश्वास प्रस्ताव वापस ले लिया गया है। अविश्वास प्रस्ताव वापस लिए जाने के बाद ईजीएम की आवश्यकता नहीं थी।
जैन, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद हैं, पर कई बार विदेश यात्रा करने और संघ पर निजी खर्चों का बोझ डालने के आरोप लगे हैं। अविश्वास प्रस्ताव का प्रस्ताव रखने वाले राज्य संघों में असम, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु और त्रिपुरा शामिल हैं। एक राज्य संघ ने जैन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने एआईटीए में अपने पद का निजी लाभ के लिए उपयोग किया है।
इस घटनाक्रम से टेनिस समुदाय में जैन की स्थिति को लेकर नई चर्चा शुरू हो गई है। उनके समर्थक और विपक्ष दोनों ही इस मुद्दे पर विभिन्न मत रख रहे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि जैन अपनी अध्यक्षता को किस प्रकार मजबूत करते हैं और क्या भविष्य में किसी अन्य विवाद का सामना करना पड़ता है।