2024 में पेरिस में मिलने के वादे के साथ टोक्यो ओलंपिक का हुआ समापन
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: 2024 में पेरिस में मिलने के वादे के साथ इतिहास के सबसे कठिन ओलंपिक में से एक टोक्यो ओलंपिक का आज समापन हो गया। विश्व में कोरोना वायरस के कारण टोक्यो ओलंपिक का आयोजन बिना दर्शकों के हुआ। टोक्यो ओलंपिक में 205 देशों के हजारों खिलाड़ियों ने हिस्सा लेकर पदक जीतने की कोशिश की। इस ओलंपिक से दुनिया में सन्देश गया कि जब भी समय विपरीत हो साथ मिलकर सामना करने से मुश्किलें कम हो जाती है।
भारत का प्रदर्शन ऐतिहासिक रहा, पहली बार भारत के खाते में एक गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल आए। भारत ने टोक्यो ओलंपिक में वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के सिल्वर मेडल के साथ शानदार शुरुआत की थी और अंत भाला फेंक के एथलीट नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल के साथ हुआ। इस बार भारत को ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में भारत को पहला पदक मिला, जो 13 साल बाद पहला गोल्ड मेडल भी था। इसके अलावा हॉकी में 41 वर्षों से चला आ रहा मेडल का इंतजार भी खत्म हुआ।
भारत को गोल्ड मेडल भाला फेंक के एथलीट नीरज चोपड़ा ने दिलाया। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू और पहलवान रवि दहिया ने देश के खाते में सिल्वर मेडल जोड़े। उनके अलावा बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और पहलवान बजरंग पूनिया ने अपने-अपने खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारत के पदकों की संख्या बढ़ा दी। खास बात यह रही कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। कुल 7 मेडल के साथ भारत पदक तालिक में 48वें स्थान पर रहा।
इस ओलंपिक में सबसे ज्यादा मैडल जीतकर अमेरिका नंबर 1 पर रहा। अमेरिका ने 39 गोल्ड, 41 सिल्वर और 33 ब्रॉन्ज मेडल जीते। अमेरिका ने कुल 113 पदक जीते। दूसरे नंबर पर चीन रहा। चीन ने 38 गोल्ड, 32 सिल्वर, 18 ब्रॉन्ज के साथ कुल 88 मेडल जीते। तीसरे नंबर पर जापान रहा, उसने 27 गोल्ड, 14 सिल्वर, 17 ब्रॉन्ज के साथ कुल 58 मेडल जीते।
अगला ओलंपिक 2024 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से 11 अगस्त तक प्रस्तावित है।