ट्रम्प ने कहा, चीन को लेकर मोदी अभी मूड में नहीं
अभिषेक मल्लिक
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के समय में भारत और चीन के बीच तल्ख रिश्तों को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का बयान सामने आया है। यह पहली बार नहीं है जब ट्रम्प भारत और चीन के रिश्ते को लेकर सामने आए हैं। ट्रम्प ने एक बार फिर भारत और चीन के बीच मध्यस्थता की पेशकश की है।
मध्यस्थता की पेशकश करते हुए ट्रम्प ने कहां कि मैंने इस संबंध में पीएम मोदी से बात किया है, लेकिन अभी तक भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव को लेकर मोदी मूड में नहीं है। इसके साथ-साथ उन्होंने मध्यस्था की बात भी दोहराई। उन्होंने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों देशों के सैन्य क्षमता के बारे में भी कहा कि दोनों देशों के पास सैन्य क्षमता बेहद मजबूत है ऐसे में दोनों देशों के बीच तल्ख रिश्ते होना अच्छा नहीं है इससे परेशानी और बढ़ सकती है।
व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में ट्रम्प ने आगे कहा कि भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव को ठीक करने के लिए मेरे मध्यस्था करने से अगर रिश्ते ठीक हो सकते हैं तो मैं जरूर करूंगा।
हालांकि भारत मध्यस्था का प्रस्ताव पहले ही ठुकरा चुका है। ट्रम्प की इस पेशकश पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा तीसरे पक्ष को हस्तक्षेप करने की जरूरत नहीं है शांतिपूर्वक इसे सुलझाने के लिए हम चीन के साथ संपर्क में है।
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत के दिनों में ही लद्दाख में चीनी सैनिक और भारतीय सैनिक आमने-सामने हैं। चीन की ओर से लगातार सैनिक बढ़ाने या बेस बनाने की खबरें सामने आ रही है। इस परिस्थिति में युद्ध जैसे हालात बन रहे है, और ऐसे में अगर युद्ध हुआ तो भारत इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।
दरअसल भारत अपनी सीमा के अंदर सड़क निर्माण कर रहा है। चीन उसी का विरोध कर रहा है। इसको लेकर दोनों देशों के बीच ऐसी परिस्थिति पैदा हुई है। ऐसा माना जा रहा है 2017 में हुए डोकलाम की स्थिति जैसे हालात बन सकते हैं। अब भारत के सामने कोरोना के साथ साथ ये दूसरी चुनौती सामने आ गयी है।