कोरोना संक्रमण से दुनिया में छायी निराशा और अवसाद को दूर करेगी वन मिलियन रैली ऑफ़ होप

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: विश्व शांति के लिए काम करने वाली यूएन से मान्यता प्राप्त संस्था यूनिवर्सल पीस फेडरेशन (यूपीएफ)‘वन मिलियन रैली ऑफ़ होप‘ का आयोजन 22 नवंबर को करने जा रही है। वन मिलियन रैली ऑफ़ होप का मकसद कोरोना संक्रमण से दुनिया में छायी निराशा को दूर करना, सभी सेक्टरों में आशा का संचार करना और देशों के बीच शांति का पैगाम देना है। यूपीएफ का मकसद दुनिया भर में अमन, समाज में भाईचारे और सांस्कृतिक सौहार्द को बढ़ावा देना है। ऐसे में जब दुनिया में वैश्विक आतंकवाद बढ़ा है और कई देश युद्ध के मुहाने पर खड़ा है ऐसे में यूनाइटेड नेशन की सामाजिक और आर्थिक संस्था ‘वन मिलियन रैली ऑफ़ होप‘ कार्यक्रम के माध्यम से वन मिलियन लोगों को एक मंच से जोड़ने का प्रयास करने जा रही है।

22 नवंबर को आयोजित होने वाले वैश्विक कार्यक्रम के बारे में वर्चुअल माध्यम से अमेरिका से यूपीएफ एशिया पैसिफिक के मीडिया प्रमुख राॅबर्ट किटेल ने कहा कि दुनिया में शांति के बिना विकास संभव नहीं है। सभी लोगों की स्वतंत्रता और संपन्नता का आधार ही अमन-शांति है। यही वजह है कि तीसरे रैली ऑफ़ होप का आयोजन किया जा रहा है। यह विश्व के सबसे बड़ी वर्चुअल ऑनलाइन समिट होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में अमेरिका, इंडोनेशिया, कनाडा, श्रीलंका, अफ्रीका सहित दुनिया भर के करोड़ों लोग जुड़ेगे। रैली ऑफ़ होप की पहली रैली आठ अगस्त को हुई थी जिसमे दुनिया भर के 20 करोड़ लोग शामिल हुए थे।

वहीं बीजेपी के राज्यसभा सांसद और आईएपीपी के चेयरमैन भुवनेश्वर कलीटा ने यूनिवर्सल पीस फेडरेशन (यूपीएफ)के कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में भारत के लाखों की संख्या में लोग जुड़ेंगे। भारत का विश्वशांति में अहम भूमिका रहा है। कोरियन यु़द्ध के बाद मानव जीवन को बचाने में भारत की ओर से चिकित्सक दल का शामिल होना ये साफ संदेश देता है। उन्होंने कहा कि ‘तीसरे रैली ऑफ होप’ वर्चुअल समिट कोरियाई युद्ध के नायकों को समर्पित है। कोरियाई युद्ध के 70 साल पूरे हो रहे हैं। इस वर्चुअल समिट में लिटिल एंजल्स ग्रुप सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए खुशियां बिखेरेंगी।

भारत के पूर्व राजदूत के वी राजन ने कहा कि दुनिया में अनिश्चितता का माहौल है। वर्तमान में कोरोना वायरस एक ऐसी समस्या है जिससे भारत के लोगों में निराशा बढ़ी है। ऐसे में यूपीएफ जैसी संस्था बेहतर माहौल,अमन और शांति बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण काम कर रही है।

सीनियर पत्रकार आलोक मेहता ने 22 नवंबर को ग्लोबली आयोजित होने वाले कार्यक्रम रैली ऑफ़ होप के बारे में कहा कि केवल यूनाइटेड नेशन और यूनिवर्सल पीस फेडरेशन की शांति की के लिए काम नहीं करें। बल्कि सोसाइटी की भी जिम्मेदारी है कि इस कार्य में हिस्सा लें। इस कार्य में मीडिया के सभी लोगों की विशेष भूमिका बढ़ जाती है। एस पी सिंह ने कहा कि यूनिवर्सल पीस फेडरेशन यानि यूपीएफ का काम सराहनीय है। इस संस्था ने लोगों के मन में सकारात्मक दिशा में परिवर्तन किया है जिससे देश-दुनिया में शांति कायम करने में मदद मिली है।

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