नए दौर की पत्रकारिता के लिए तकनीक के साथ ज्ञान भी जरुरी
चिरौरी न्यूज
गाजियाबाद: वर्तमान समय में पत्रकारिता के लिए एक ओर जहाँ तकनीक एक ज़रूरी पहलु हो गया है वहीं ज्ञान की महत्ता अभी भी बरक़रार है। यह बातें क्राइस्ट विश्वविद्यायलय के दिल्ली-एनसीआर कैंपस के मीडिया उत्सव ‘मीडियावर्स’ के दौरान देश के प्रमुख पत्रकारों-शिक्षाविदों ने कही।
शुक्रवार को हुए इस कार्यक्रम में भाग लेते हुए देश के जाने-माने पत्रकार पंकज पचौरी ने युवाओं के तकनीकी रुझान को समय की जरुरत बताया वहीं तथ्यों की जाँच पर भी विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा की अब पत्रकारों को ऑनलाइन सुचना की जाँच के लिए बेहद सजग रहने की जरुरत है।
पैनल चर्चा के दौरान वरिष्ठ पत्रकार और विवेकानंद इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (विप्स) के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष प्रो सिद्धार्थ मिश्रा ने पत्रकारिता में ज्ञान की महत्ता को एक जरुरत बताते हुए कहा की अभी भी पत्रकारिता की लिए सतत पढ़ने-लिखने की जरुरत है। उन्होंने जोर देते हुए कहा की तकनीक तभी तक सहयोगी है जब आप अनवरत ज्ञान की साधना करते रहें। उन्होंने सजग करते हुए कहा की पत्रकार खुद न खबर बन जाएं इस बात पर हमेशा ध्यान देने की जरुरत है।
प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया (पीटीआई ) की वीडियो सेवा के संपादक राजेश सुंदरम ने वर्तमान दौर की पत्रकारिता को बदलाव के साथ गुजरती हुए पत्रकारिता कहा। उन्होंने कहा की पत्रकारों को तकनीक एक चुनौती की तौर पर नहीं बल्कि सहोगी इकाई के तौर पर लेने की जरुरत है तभी वह इस बदलाव के दौर में अपनी उपस्थिति दर्ज़ करा पायेंगे।
विश्वविद्यालय के डीन एवं डायरेक्टर फादर (डा) जोस्सि जॉर्ज ने दीप जलाकर इस एकदिवसीय मीडिया उत्सव का शुभारम्भ किया वहीं पैनल चर्चा की मध्यस्थता प्रो सिद्धार्थ मिश्रा ने की। कार्यक्रम के समापन समारोह में फीवर एफएम के जाने-माने रेडियो जॉकी राहुल मकीन ने युवाओं को जीवन के उतार-चढ़ाव में सकारात्मकता बनाए रखने को कहा। छात्र-छात्राओं के द्वारा गर्मजोशी से स्वागत करने के दौरान उन्होंने एफएम रेडियो के अपने अनुभवों को उनसे साझा किया और उन्हें अपने जीवन में सपनों को पूरा करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में पीटीआई के वरिष्ठ पत्रकार रवि पराशर भी उपस्थित थे।