इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ से पहले चेतश्वर पुजारा ने टीम इंडिया को दी सलाह – “अनुशासन, संयम और सहयोग होगा सफलता की कुंजी”
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: टीम इंडिया जल्द ही इंग्लैंड के खिलाफ एक अहम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेलने उतरेगी। इस बीच अनुभवी बल्लेबाज़ चेतश्वर पुजारा ने इंग्लैंड दौरे पर जा रही टीम को अहम सलाह दी है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में सफल होने के लिए अनुशासन, धैर्य और आपसी सहयोग बेहद जरूरी हैं।
पुजारा ने कहा, “इंग्लैंड की परिस्थितियों में बल्लेबाज़ी और टीम का तालमेल समझने वाले के रूप में मैं कह सकता हूं कि भारतीय टीम को वहां की परिस्थितियों के हिसाब से खुद को जल्दी ढालना होगा। हर खिलाड़ी को टीम के लिए योगदान देना होगा और सामने आने वाली चुनौतियों का सम्मान करना होगा।”
इस सीरीज़ के साथ ही भारत 2025-27 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अपने सफर की शुरुआत करेगा और खास बात यह है कि टीम की कमान अब शुभमन गिल के हाथों में होगी। पहला टेस्ट मैच 20 जून से हेडिंग्ले में खेला जाएगा, जबकि दूसरा मुकाबला 2 जुलाई से एजबेस्टन में होगा।
तीसरा टेस्ट 10 जुलाई से ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर, चौथा 23 जुलाई से ओल्ड ट्रैफर्ड, और अंतिम टेस्ट 31 जुलाई से द ओवल में खेला जाएगा।
पूर्व बल्लेबाज और महिला टीम के कोच रह चुके डब्ल्यूवी रमन का मानना है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद भारतीय बल्लेबाजी क्रम के लिए यह दौरा एक कठिन परीक्षा होगी। उन्होंने कहा, “इंग्लैंड की परिस्थितियां स्विंग और सीम गेंदबाज़ों को मदद करती हैं, इसलिए युवा बल्लेबाज़ों को संयम और आत्मविश्वास दिखाना होगा। यदि वे हालात को लेकर ज्यादा सोचेंगे नहीं और आत्म-नियंत्रण बनाए रखेंगे, तो यह दौरा उनके विकास के लिए मील का पत्थर बन सकता है।”
पूर्व बल्लेबाज़ हेमांग बदानी ने अनुभवी बल्लेबाज़ के.एल. राहुल को इस नई बल्लेबाजी लाइनअप का स्तंभ बताया। राहुल हाल ही में IPL 2025 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए बदानी की कोचिंग में खेले थे और अभी इंग्लैंड लॉयन्स के खिलाफ भारत ए के लिए 116 और 51 रन की शानदार पारियां खेल चुके हैं।
बदानी ने कहा, “जब हालात मुश्किल हों, तब असली खिलाड़ी सामने आता है। यह युवा खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का बड़ा मौका है। यूके की परिस्थितियां कठिन होंगी, लेकिन यहीं से असली चरित्र सामने आता है।”
उन्होंने आगे कहा, “के.एल. राहुल को अपने अनुभव से युवाओं को दिशा दिखानी होगी और कप्तान शुभमन गिल का साथ देना होगा। गेंदबाज़ी में जसप्रीत बुमराह की भूमिका निर्णायक होगी।”
पूर्व विकेटकीपर और चयनकर्ता सबा करीम ने भी इस दौरे को भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए अहम करार दिया। उन्होंने कहा, “युवा बल्लेबाज़ों के लिए इंग्लैंड की चुनौती बेहद सख्त होगी। स्विंग और सीम से निपटने के लिए संयम और तकनीक दोनों की परीक्षा होगी। अगर ये खिलाड़ी इस चुनौती में सफल होते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक नए, उज्जवल अध्याय की शुरुआत हो सकती है।”
टीम इंडिया की नई पीढ़ी के पास खुद को साबित करने का सुनहरा मौका है — अब देखना ये होगा कि कौन दबाव में झुकता है और कौन सितारा बनकर उभरता है।