किसानों ने नोएडा बॉर्डर खोला लेकिन दिल्ली-जयपुर पर करेंगे ट्रैक्टर मार्च
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन का आज १८वां दिन है, कई दौर की बातचीत के बाद दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि समस्या का समाधान बातचीत के द्वारा ही हो लेकिन सरकार से हो रही बातचीत में इस मसले पर कोई सहमति नहीं बनती दिखाई दे रही है। किसान नेताओं ने राजस्थान बॉर्डर से आज ट्रैक्टर मार्च निकाला है और दिल्ली-जयपुर हाईवे को जाम करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए दिल्ली-जयपुर हाईवे पर पुलिस और सुरक्षबलों की भारी तैनाती की गयी है।
इधर किसानों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ कल हुई बातचीत के के बाद चिल्ला बॉर्ड़र को ट्रैफिक के लिए खोल दिया। बता दें कि चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का जत्था था जिसके कारण नॉएडा जाने वाला रास्ता बंद कर दिया गया था, अब इसे खोल दिया गया है।
वहीं किसान नेताओं ने मांगे नहीं पूरी होने पर 14 दिसंबर से भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। सिंहू (दिल्ली-हरियाणा सीमा) पर किसानों का विरोध 18 वें दिन में प्रवेश कर गया। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “मैं कल रात यहां पहुंचा था। राजस्थान, पंजाब और हरियाणा से अधिक किसान आ रहे हैं। 16 दिसंबर को 500 और टोलियां यहां पहुंचेंगी।”
किसानों के बीच देश विरोधी ताकतों का घुसपैठ
खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि किसान आंदोलन के दौरान देश विरोधी ताकतें भी सक्रिय हो रही हैं। पंजाब के भोले-भाले लोगों को भड़काया जा रहा है। एजेंसियों ने खुलासा किया है कि सिख फ़ॉर जस्टिस नाम का चरमपंथी संगठन पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर स्थित शंभू गांव में लोगों को भड़काने की साजिश रच रहा है। ये संगठन लोगों को खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए उकसा रहा है।