यूपी के पूर्व राज्यपाल कुरैशी बढ़ी मुश्किलें, अपमानजनक टिप्पणी के लिए पुलिस ने की मुकदमा दर्ज
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: पूर्व कांग्रेस नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी की मुश्किलें बढ़ सकती है। उनके खिलाफ रामपुर पुलिस ने प्रदेश सरकार के विरोध में कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए राजद्रोह और धर्म के आधार पर दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने की कोशिश करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बता दें कि कुरैशी सपा नेता आजम खान के घर गये थे और वहां आजम खान की पत्नी तज़ीन फातमा से मिलने के बाद कथित तौर पर अपमानजनक बयान दिया था जिसमें उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार की तुलना “राक्षस, शैतान और खून पीने वाले दरिन्दे” से की थी।
अब उनके बयान पर भाजपा नेता आकाश कुमार सक्सेना ने रविवार को रामपुर के सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुरैशी पर के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 153 ए (धर्म, जाति, आदि के आधार पर दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 153बी (राष्ट्रीय एकता के खिलाफ प्रभाव डालने वाला भाषण देना), 124ए (राजद्रोह), और 505 1 बी- (सार्वजनिक शांति के विरूध्द अपराध करने के आशय से असत्य कथन) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सक्सेना ने शिकायत में कहा, “कुरैशी ने अपने बयान में आजम के खिलाफ कार्रवाई को इंसान और दानव के बीच की लड़ाई करार दिया। यह बयान दो समुदायों के बीच तनाव और समाज में अशांति पैदा कर सकता है।” शिकायत के साथ सक्सेना ने पुलिस को विभिन्न चैनलों में प्रसारित कुरैशी के बयान की पेन ड्राइव भी दी है।
बता दें कि कुरैशी ने 2014-15 में मिजोरम के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था और कुछ समय के लिए उनके पास उत्तर प्रदेश का प्रभार भी था। राज्यपाल बन्ने से पहले कुरैशी कांग्रेस के सदस्य भी थे।