जर्मनी ने दी अलग अलग कोरोना वैक्सीन लगवाने की इजाजत
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: जर्मनी ने कोरोना के खिलाफ जंग में एक आश्चर्यजनक फैसला लेते हुए दो नागरिकों को अलग अलग वैक्सीन की डोज लगवाने की इजाजत दे दी है। जर्मनी दुनिया में ऐसा करनेवाला पहला देश बन गया है। बता दें कि स्पेन सहित कई यूरोपियन देशों में अभी मिक्स्ड वैक्सीन पर रिसर्च चल रहे हैं, लेकिन जर्मनी ने सबसे पहले इसकी इजाजत दी है ।
जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने खुद दो अलग-अलग कंपनियों के वैक्सीन लिए है। सीएनएन की खबर के मुताबिक, जून में उन्होंने पहले एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगवाया और उसके बाद मॉडर्ना की वैक्सीन का दूसरा डोज लिया। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की बनाई कोविड-19 वैक्सीन को कोविशील्ड के नाम से जाना जा रहा है और उसे सीरम इंस्टीट्यूफ ऑफ इंडिया बना रही है।
जर्मन सरकार ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि जिन लोगों ने एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का पहला डोज ले लिया है, अब या तो फाइजर-बायोएनटेक या मॉडर्ना की वैक्सीन का दूसरा डोज ले सकते हैं। बता दें कि पूरे विश्व के देशों में एक ही तरह की वैक्सीन का टीकाकरण अभियान चल रहा है लेकीन अब जर्मनी ने ये फैसला लेकर एक तरह से लोगों की जिन्दगी आसान कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरकार का फैसला टीकाकरण पर स्थायी समिति की सिफारिश के एक दिन बाद आया है। समिति ने सिफारिश की कि एस्ट्राजेनेका के पहले डोज के चार सप्ताह बाद दूसरा डोज लगाया जाना चाहिए।
जर्मन एक्सपर्ट्स की राय है कि मिक्स्ड वैक्सीन लेने के बाद स्पष्ट रूप से सर्वश्रेष्ठ इम्यून बनता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि जर्मनी के बाद और कितने देश इस दिशा में कदम उठाते है।