भारत सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट करने वाला दुनिया का तीसरा देश बना

शिवानी रज़वारिया

नई दिल्ली: कोविड-19 के परीक्षण को लेकर सभी देश तेज़ी दिखा रहे हैं। पूरा विश्व यही चाहता है कि किसी भी तरह इस महासंकट से जल्द से जल्द छुटकारा मिल सके। चाहे अमेरिका हो या चीन जल्द से जल्द कोविड-19 के ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने में जुटे हैं जिससे अतिशीघ्र कोरोना को ख़त्म किया जा सके। वहीं भारत भी इसमें पीछे नहीं है। कोरोना संक्रमितों की जांच में भारत ने शनिवार को नया कीर्तिमान बनाया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने बताया कि भारत में पहली बार एक दिन में 10।23 लाख लोगों का परीक्षण किया गया। अब तक करीब 3।45 करोड़ लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। अमेरिका और चीन के बाद भारत को तीसरा देश बन चुका है जहां सबसे ज्यादा कोविड-19 के टेस्ट किए गए हैं।

अप्रैल की शुरुआत से ही रोजाना करीब चार से पांच हजार लोगों के परीक्षण किए जा रहे थे, लेकिन अब यह आंकड़ा करीब 250 गुना ज्यादा लोगों पर पहुंच गया है। कोरोना पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने मात्र 14 दिन में एक करोड़ टेस्ट कर डाले, जो कि अब तक का रिकॉर्ड है। शुरआती दिनों में, यानी अप्रैल तक सिर्फ 10-12 लैब में ही टेस्टिंग सुविधा थी, आज प्रयोगशालाओं की संख्या 1,511 हैं जिसमें टेस्ट किए जा रहे हैं। इनमें 983 सरकारी क्षेत्र में तथा 528 निजी हैं। और रोज नई प्रयोगशाला इसमें जोड़ी जा रही है। शुक्रवार को भी सात नई प्रयोगशालाओं को अनुमति दी गई है।

भारत ने कोरोना परीक्षण के मामले में जबरदस्त बढ़ोतरी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 10,23,836 नमूनों की जांच की गई। इनमें से करीब 37 फीसदी यानी 3।8 लाख नमूनों की जांच रैपिड एंटीजन तरीके से की गई। शुरुआत से अब तक के आंकड़ों को देखें तो कुल 3।45 करोड़ लोगों में से सिर्फ 28 फीसदी मामलों में जांच रैपिड एंटीजन पद्धति से की गई। चीन और अमेरिका के बाद भारत ने दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट करके परीक्षण के स्तर पर तीसरा स्थान हासिल कर लिया है।। एक वेबसाइट के अनुसार टेस्ट के आंकड़े इस प्रकार है।।

चीन 9.04 करोड़

अमेरिका 7.47 करोड़

भारत 3.45 करोड़

रूस 3.38 करोड़

ब्रिटेन 1.58 करोड़

कई देशों में संक्रमण के आंकड़े छुपाने का मामला सामने आया है पर भारत में संक्रमण तेजी से बढ़ने के बावजूद ना तो उन्हें छुपाने की कोशिश की और ना ही परिरक्षण का स्तर घटाया। लगातार टेस्टिंग क्षमता बढ़ाई गई। वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, 15 अप्रैल तक भारत में प्रति एक लाख लोगों पर सिर्फ 15 लोगों की जांच की गई थी जबकि आज यह आंकड़ा करीब 250 है यानी चार महीने में करीब 16 गुना ज्यादा लोगों के परीक्षण किए गए। कोरोना मरीजों की जांच करने में उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे दिखाई दिय। स्वास्थ्य विभाग की ओर से आए आंकड़ों को देखें तो प्रदेश में अब तक करीब 43 लाख लोगों की जांच की जा चुकी है। रोजाना 1।10 लाख से ज्यादा लोगों का परीक्षण किया जा रहा है। बिहार में अब तक 22।28 लाख परीक्षण किए जा चुके हैं। वहीं, सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में सिर्फ 35 लाख टेस्ट हुए हैं।

 

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