ललित पंडित ने नदीम-श्रवण पर आशिकी फिल्म के लिए पाकिस्तानी गानों की नकल करने का आरोप लगाया
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: जतिन-ललित की जोड़ी का हिस्सा ललित पंडित ने हाल ही में आशिकी के संगीतकार नदीम-श्रवण के बारे में एक खुलासा किया। बॉलीवुड हंगामा को दिए एक इंटरव्यू में ललित ने दावा किया कि नदीम अख्तर सैफी और श्रवण कुमार राठौड़ ने राहुल रॉय और अनु अग्रवाल अभिनीत महेश भट्ट के संगीत के साउंडट्रैक को बनाने के लिए पाकिस्तानी गानों की नकल की है।
ललित पंडित का दावा है कि आशिकी के गाने कॉपी किए गए हैं।
ललित ने नदीम-श्रवण के दौर को याद करते हुए कहा, “ईमानदारी से कहूं तो नदीम-श्रवण का संगीत हमारी शैली का नहीं था। उस समय उन्होंने जो भी गाने किए थे, उनमें से ज़्यादातर…इसलिए नदीम दुबई जाते थे, वहाँ से वे बहुत सारे पाकिस्तानी कैसेट खरीदते थे, उन्हें यहाँ फिर से तैयार करवाते थे। पूरी इंडस्ट्री को यह पता है।”
उन्होंने आगे दावा किया, “आशिकी के गाने असल में पाकिस्तानी ट्रैक हैं, जिनमें शब्द (बनाए रखे गए) हैं। बहुत सारे गाने! संगीतकार का संगीत उनकी शैली को दर्शाता होना चाहिए। अगर आप हमारा संगीत सुनेंगे, तो आपको तुरंत पता चल जाएगा कि यह जतिन-ललित का संगीत है, क्योंकि इसमें सब कुछ हमने ही किया है।”
आशिकी में नदीम-श्रवण के गाने जब रिलीज़ हुए, तो वे काफ़ी लोकप्रिय हुए। फ़िल्म के गाने जैसे, धीरे-धीरे, बस एक सनम चाहिए, नज़र के सामने और जाने जिगर जानेमन, युवाओं के बीच काफ़ी लोकप्रिय हुए। इस म्यूज़िकल-ड्रामा को 90 के दशक की शुरुआत की सबसे सफल फ़िल्मों में से एक माना जाता है। संगीतकार जोड़ी ने साजन, फूल और कांटे, सड़क, दिल है कि मानता नहीं, दीवाना, राजा हिंदुस्तानी और धड़कन जैसी फ़िल्मों के लिए भी संगीत दिए हैं।
जतिन-ललित के बारे में
जतिन-ललित कई लोकप्रिय बॉलीवुड फ़िल्मों में अपने संगीत के लिए जाने जाते हैं। उन्हें जो जीता वही सिकंदर, खिलाड़ी, राजू बन गया जेंटलमैन, कभी हाँ कभी ना, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, खामोशी: द म्यूजिकल, यस बॉस, प्यार किया तो डरना क्या, कुछ कुछ होता है, सरफरोश, मोहब्बतें, कभी खुशी कभी गम, चलते चलते, हम तुम और फना जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों का श्रेय दिया जाता है।