लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर बनीं महानिदेशक चिकित्सा सेवा (सेना) पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला अधिकारी
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की कि लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर ने महानिदेशक चिकित्सा सेवा (सेना) का पदभार ग्रहण किया है। इस पद पर नियुक्त होने वाली वह पहली महिला अधिकारी बन गई हैं, जिससे उन्होंने एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल किया है।
लेफ्टिनेंट जनरल नायर ने इजरायली रक्षा बलों के साथ रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु युद्ध में और स्विस सशस्त्र बलों के साथ सैन्य चिकित्सा नैतिकता में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इसके अलावा, वह एयर मार्शल के पद पर पदोन्नति के बाद डीजी अस्पताल सेवा (सशस्त्र बल) का पद संभालने वाली पहली महिला अधिकारी भी थीं।
उन्होंने भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की पश्चिमी वायु कमान और प्रशिक्षण कमान की पहली महिला प्रधान चिकित्सा अधिकारी के रूप में भी सेवा की है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल नायर ने सशस्त्र बल चिकित्सा महाविद्यालय, पुणे से विशिष्ट शैक्षणिक रिकॉर्ड के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की और दिसंबर 1985 में सेना चिकित्सा कोर में कमीशन प्राप्त किया।
उनके पास पारिवारिक चिकित्सा में स्नातकोत्तर डिग्री, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन में डिप्लोमा है, और उन्होंने एम्स, नई दिल्ली में चिकित्सा सूचना विज्ञान में दो साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी पूरा किया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के चिकित्सा शिक्षा घटक का मसौदा तैयार करने के लिए उन्हें डॉ. कस्तूरीरंगन समिति के विशेषज्ञ सदस्य के रूप में नामित किया गया था। उनकी सराहनीय सेवा के लिए, उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पश्चिमी वायु कमान और चीफ ऑफ द एयर स्टाफ प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल नायर की इस नियुक्ति से सैन्य चिकित्सा क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका और योगदान को एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन मिला है।