महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा पर कड़ा बयान दिया, दोषियों के खिलाफ होगी बड़ी कार्रवाई

Maharashtra Chief Minister Devendra Fadnavis gave a strong statement on Nagpur violence, strict action will be taken against the culpritsचिरौरी न्यूज

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि नागपुर में हुई हिंसा और पुलिस पर हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर कोई हिंसा करता है या पुलिस पर हमला करता है, तो उसे किसी भी जाति या धर्म के आधार पर छोड़ा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री ने सोमवार को नागपुर में हुई हिंसा पर विस्तार से जानकारी दी और कहा कि राज्य सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने हिंसा की घटनाओं को एक सोची-समझी साजिश के रूप में वर्णित किया और कहा कि इसमें कुछ विशेष घरों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की और नागपुर पुलिस द्वारा कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “किसी भी परिस्थिति में कानून और व्यवस्था को अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जो लोग पुलिस पर हमला करेंगे, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस पर हमला सहन नहीं किया जाएगा। पुलिस शांति स्थापित कर रही थी, ऐसे समय में पुलिस पर हमला करना गलत है।”

मुख्यमंत्री ने घटना की क्रमवार जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार सुबह 11.30 बजे विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने औरंगजेब की मजार हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एक प्रतीकात्मक मजार को जलाया। इसके बाद गणेश पेठ पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। शाम को एक अफवाह फैलाई गई कि जलाए गए प्रतीकात्मक मजार पर धार्मिक ग्रंथ रखे हुए थे, जिसके बाद करीब 200-250 लोग इकट्ठा होकर नारेबाजी करने लगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में लगभग एक ट्रॉली भर पत्थर बरामद हुए थे और बड़ी मात्रा में हथियार भी जब्त किए गए थे। उन्होंने यह भी बताया कि हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें तीन डीसीपी रैंक के अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा, पांच नागरिकों पर भी हमला किया गया था, और एक पुलिस अधिकारी पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस ने इस पूरे मामले में पांच एफआईआर दर्ज की हैं और सुरक्षा व्यवस्था के तहत 11 पुलिस थाना क्षेत्रों में एकत्र होने पर रोक लगाई गई है। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पांच एसआरपीएफ बलों की टुकड़ी तैनात की गई है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ‘छावा’ फिल्म के रिलीज के बाद सम्राट संभाजी महाराज का असली इतिहास सामने आया, जिसके बाद औरंगजेब को लेकर लोगों का गुस्सा सामने आया।

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