रघुवंश प्रसाद सिंह का आरजेडी से इस्तीफ़ा
चिरौरी न्यूज़
पटना: राजनीति न जाने कौन सी राह, किसे कब दिखा दे, शायद राजनेताओं को भी नहीं पता होता है। तभी तो लालू यादव के बेहद करीबी और सुख दुःख के साथी रहे रघुवंश प्रसाद सिंह ने आज राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा दे दिया। रघवंश बाबू का इस्तीफा आरजेडी में बदलते दौर की कहानी है। पिछले तीन दशक से भी ज्यादा लालू यादव के साथ साये की तरह रहे रघुवंश बाबू का आरजेडी से जाना बिहार के चुनाव में एक नई कहानी लिखेगा, इतना तो तय है।
बिहार चुनाव से ठीक पहले रघुवंश बाबू का इस्तीफ़ा आरजेडी के लिए शुभ संकेत नहीं है। दरअसल, रघुवंश बाबू आरजेडी में रामा सिंह की एंट्री और तेजस्वी यादव के मनमाने रवैये से काफी समय से नाराज चल रहे थे। उनका मान मनौव्वल भी हुआ, लेकिन रामा सिंह के मुद्दे पर वो अड़ गए और आज आखिरकार उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
पटना ऐम्स से उन्होंने खुद अपने हाथों से लालू यादव को पत्र लिखकर सूचित किया है। बता दें कि बिहार में आरजेडी को अगड़ी जाति में सबसे ज्यादा वोट राजपूत का ही मिलते रहा है, अब रघुवंश बाबू के जाने के बाद निश्चय ही इस पर प्रभाव पड़ेगा। अभी आरजेडी में रघुवंश बाबू जैसा राजपूत का नेता नहीं है जो पार्टी को वोट दिला सके। चुनाव से पहले एक बड़े नेता का पार्टी छोड़ना निश्चय ही आरजेडी के लिए एक झटका है।