दिवाली 2025 में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री: देशभर में ₹5.40 लाख करोड़ के सामान बिके, सर्विस सेक्टर में ₹65,000 करोड़ की उछाल
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: जीएसटी सुधारों और मजबूत उपभोक्ता मांग के चलते इस साल दिवाली पर भारत ने खुदरा और व्यापार इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी बिक्री दर्ज की है। उद्योग संगठन कैट (CAIT) के अनुसार, देशभर में ₹5.40 लाख करोड़ के सामान और ₹65,000 करोड़ की सेवाओं की बिक्री हुई है।
यह आंकड़ा पिछले साल (2024) की दिवाली सीजन की बिक्री ₹4.25 लाख करोड़ की तुलना में 25% अधिक है। बिक्री का यह आंकड़ा नवरात्रि से दिवाली तक की अवधि को कवर करता है और इसे अब तक का सबसे अधिक त्योहारी कारोबार बताया गया है।
रिटेल सेक्टर की वापसी
कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, मुख्यधारा का खुदरा व्यापार (ब्रिक एंड मोर्टार स्टोर्स) कुल बिक्री का लगभग 85 प्रतिशत रहा, जो दर्शाता है कि पारंपरिक खुदरा बाजार ने एक मजबूत वापसी की है।
कन्फेक्शनरी, होम डेकोर, जूते, रेडीमेड कपड़े, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और दैनिक उपयोग की वस्तुओं जैसे कई प्रमुख क्षेत्रों में जीएसटी दरों में कटौती से कीमतें प्रतिस्पर्धात्मक हुईं, जिससे उपभोक्ताओं की खरीदारी में तेजी आई।
सर्वे में शामिल लगभग 72% व्यापारियों ने बताया कि उनके बिक्री वॉल्यूम में वृद्धि का मुख्य कारण कम जीएसटी दरें रहीं।
उपभोक्ताओं को कीमतों में स्थिरता से मिली राहत
इस त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं ने कीमतों में स्थिरता के कारण संतोष जताया, जिससे दिवाली के बाद भी खपत में निरंतरता बनी रही।
इस साल की दिवाली बिक्री में ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की भागीदारी करीब 28% रही, जो यह दिखाती है कि भारत की आर्थिक ताकत अब सिर्फ महानगरों तक सीमित नहीं रही।
इस त्योहारी उछाल के चलते लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्ट, रिटेल असिस्टेंस, पैकेजिंग और डिलीवरी जैसे क्षेत्रों में करीब 50 लाख लोगों को अस्थायी रोजगार मिला।
CAIT ने कहा, “दिवाली 2025 ने भारत की रिटेल और ट्रेडिंग इकॉनमी में नया मानक स्थापित किया है। यह भारतीय उद्यमिता में परंपरा, तकनीक और विश्वास के मेल का प्रतीक बन गया है। यह त्योहारी सीजन आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है।”
