बंगाल के कॉलेज की एडमिशन मेरिट लिस्ट में सनी लियोनी, मिया खलीफा, नेहा कक्कड़ और अमेरिका की डेनी डेनियल्स भी
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: अब पश्चिम बंगाल के कॉलेजों में मशहूर अभिनेत्री सन्नी लियोनि, मियां खलीफा नेहा कक्कड़ और अमेरिका की डेनी डेनियल्स भी पढ़ेंगी। नाम देखकर चौंक गए तो बता दें कि पश्चिम बंगाल के कॉलेजों में एडमिशन लिस्ट में सनी लियोनी और नेहा कक्कड़ ही नहीं, कई विदेशी टॉप मॉडल के भी नाम हैं। बंगाल के कई कॉलेजों के एडमिशन लिस्ट में इन सभी का नाम शामिल है। इसके पहले कोलकाता के आशुतोष कॉलेज में अंग्रेजी ऑनर्स में प्रवेश के लिए चयनित मेरिट लिस्ट में सबसे ऊपर सनी लियोनी का नाम था।
बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिला के बारासात सरकारी कॉलेज में अंग्रेजी ऑनर्स की सूची में तीसरे स्थान पर सनी लियोनी का नाम था। उनसे पहले अमेरिका की मॉडल डेनी डेनियल्स और लेबनान की वेबकैम मॉडल मिया खलीफा के नाम देखे गये।
इससे पहले शुक्रवार को बॉलीवुड की एक्ट्रेस सनी लियोनी का नाम दक्षिण 24 परगना जिला के बजबज कॉलेज में बीए (ऑनर्स) के लिए चयनित 157 अभ्यर्थियों की सूची में 151वें स्थान पर था। आज जब मालदा जिले के एक कॉलेज की मेधा सूची में सबसे पहले नेहा कक्कड़ का नाम है। पश्चिम बंगाल के कॉलेजों के मेरिट लिस्ट में इस सभी का नाम आना चर्चा का विषय है, वहीँ कॉलेज प्रशासन के लिए शर्मिंदगी भरा है।
कॉलेज अधिकारीयों ने इसे कुछ शरारती तत्वों की हरकत बताया है। मालदा के माणिकचक कॉलेज के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को पहली मेधा सूची प्रकाशित होने के बाद गायिका कक्कड़ का नाम देखा और इस त्रुटि को सुधारते हुए नयी सूची प्रकाशित की है।
कॉलेज के प्राचार्य अनिरुद्ध चक्रवर्ती ने कहा, “हमने स्थानीय थाना और पश्चिम बंगाल पुलिस के साइबर अपराध प्रकोष्ठ में शिकायतें दर्ज करायी हैं। यह कुछ लोगों की शरारत है, जो मेधा सूची में इस तरह के नाम शामिल करके उच्च शिक्षा प्रणाली तथा पारदर्शी ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया को बदनाम करना चाहते हैं।“
उत्तर 24 परगना जिले के बारासात सरकारी कॉलेज में शनिवार को अंग्रेजी ऑनर्स की सूची में तीसरे स्थान पर सनी लियोनी का नाम था। उनसे पहले अमेरिका की पोर्न स्टार डेनी डेनियल्स और लेबनान की वेबकैम मॉडल मिया खलीफा के नाम देखे गये। बता दें कि इस बार बंगाल के कॉलेजों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश पूरी तरह से ऑनलाइन प्रक्रिया से कराने की घोषणा की गयी थी। साथ ही कहा था कि महामारी के कारण लोगों को हुई कठिनाइयों को देखते हुए एडमिशन कराने वाले विद्यार्थियों से कोई फीस नहीं वसूली जायेगी।