ट्राइब्स इंडिया कलेक्शन में 35 नए जनजातीय उत्पाद को किया गया शामिल  

चिरौरी न्यूज़

नई दिल्ली: भारत की विभिन्न जनजातियों के खूबसूरत ढोकरा उत्पादों को ट्राइब्स इंडिया अभियान के 7वें संस्करण “हमारे घर से आपके घर” में शामिल किया गया है। इस अभियान के जरिए नए, प्राकृतिक, आकर्षक और रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने वाले जनजातीय उत्पादों को ग्राहकों को उपलब्ध कराना है। पिछले हफ्ते ट्राइब्स इंडिया कैटलॉग में 35 नए उत्पादों को शामिल किया गया है। इसके तहत खास तौर से धातु से बने ढोकरा उत्पादों को शामिल किया गया है। इस तरह के धातुओं को बनाने की परंपरा भारत के विभिन्न हिस्से से शताब्दियों से चली आ रही है।

ढोकरा उत्पादों के जरिए जनजातियों के सादगी भरे जीवन और परंपरा की झलक मिलती है। जो कि उपहार के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसीलिए उनकी लोकप्रियता भारत में ही नहीं, दुनिया भर में है। ढोकरा उत्पादों के तहत ट्राइब्स इंडिया में मछली, हाथी, नाव की हैंगर, जेल डिजाइन को झारखंड की जनजातियों द्वारा बनाया गया है। इसी तरह ओडीसा की सादेबराई जनजाति ने भगवान गणेश की मूर्ति और नृत्य करते हुए गणेश, देवी दुर्गा का मुखौटा, भगवान जगन्नाथ, बुद्ध की जाली और खूबसूरत दीप भी विभिन्न आकार में शामिल किए गए हैं। कम कीमत में इन उत्पादों को खरीदकर न केवल घरों में सजाया जा सकता है, बल्कि उपहार के लिए भी बेहतरीन विकल्प हैं।

इसके अलावा तमिलनाडु की कट्टूनायकन जनजाति के उत्पादों को भी शामिल किया है। इसके तहत शुद्ध शहद के अलावा अमला, वाडू आम, रागी के अचार को प्रस्तुत किया गया है। इसी तरह असम की जनजातियों से शुद्ध घी, जैविक पोहा, अचार और प्राकृतिक शहद को ट्राइब्स इंडिया में शामिल किया गया है। यह सभी नए उत्पाद को ट्राइब्स इंडिया के 125 दुकानों (आउटलेट्स) पर उपलब्ध हैं। इसके अलावा ट्राइब्स इंडिया की मोबाइल वैन, ट्राइब्सइंडिया डॉट कॉम के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी यह उत्पाद उपलब्ध हैं।

पिछले दो महीने में कई नए उत्पाद जैसे रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाले उत्पाद, वन के प्राकृतिक और जैविक उत्पाद और जनतातियों की कला के हस्तशिल्प उत्पाद भी शामिल किए गए हैं। हाल ही में ट्राइब्स इंडिया के ई-मार्केट प्लेस को भी लॉन्च किया गया है। जो कि भारत का सबसे बड़ा हस्तशिल्प और जैविक उत्पादों का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। जहां पर जनजातियों से संबंधित 5 लाख से ज्यादा इकाइयों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार से जोड़ा गया है। जो कि जनजातियों के उत्पादों और हस्तशिल्प को पूरे देश के ग्राहकों को उपलब्ध कराता है। इसके अलावा प्राकृतिक और टिकाऊ उत्पादों को ट्राइब्स इंडिया के ई-मार्केट प्लेस के जरिए जनजातियों की पुरानी परंपरा को प्रदर्शित करने का अवसर देता है।

 

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