चीनी सेना ने 5 भारतीय नागरिकों को किया रिहा
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अगवा किये गए अरुणाचल प्रदेश के 5 भारतीय नागरिकों को आज भारत के दवाब की वजह से रिहा कर दिया। नाम तोच सिंगकम, प्रसात रिंगलिंग, डोंग्टू इबिया, तनु बाकर और नगारु डिरी को आज पीएलए ने भारतीय सेना को सौंप दिये जिन्हें सेना के द्वारा किबितू में रिसीव किया गया है। बता दें कि किबुतू ही वो जगह है जहाँ दोनों देशों के कमांडरों की बैठक होती है। इन सभी भारतियों को सारी औपचारिकाताएं पूरी करने के बाद किबितू में रिसीव किया गया है। वापस आए सभी लोगों को कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के अनुसार 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा और उसके बाद ही उनके परिवार को सौंपा जाएगा।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांच युवकों को चीनी सेना शनिवार को भारतीय अधिकारियों को सौंप सकती है। रिजिजू ने एक ट्वीट में कहा कि भारतीय सेना द्वारा हॉटलाइन पर भेजे गए संदेश में पीएलए ने स्वीकार किया कि अरुणाचल प्रदेश के पांच लापता युवक चीन में हैं।
जब से खबर आई कि पांच भारतियों को पीएलए ने धोखे से अगवा कर लिया था, तभी से भारतीय सेना के अधिकारीयों ने पीएलए से संपर्क कर के उन्हें छोड़ने के लिए दवाब बनाना शुरू कर दिया था।
शुरुआत में चीन ने कहा था कि ये भारतीय जासूस हैं, आज भी चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार ये पाँचों भारतीय जासूस हैं जो चीनी सीमा में घुसकर जासूसी कर रहे थे, लेकिन भारतीय अधिकारीयों ने कहा कि ये नागरिक धोखे से बॉर्डर पार चले गए थे।