पंजाब-हरियाणा और बिहार में दिखा रेल रोको अभियान का असर
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: तीन कृषि कानूनों के विरोध में आज किसानों ने देशभर में रेल रोको अभियान का आह्वान किया है। यह अभियान दोपहर 12 बजे से चार बजे तक चलेगा। आंदोलनरत किसान जहां एक ओर लगातार भारत सरकार से बातचीत कर रहे हैं वहीं आंदोलन को धार देने में भी जुटे हुए हैं। ‘रेल रोको’ अभियान के तहत भारतीय रेलवे ने रेलवे सुरक्षा विशेष बल (RPSF) की 20 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की है। रेलवे की ओर से खास तौर पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में चप्पे-चप्पे पर ये सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर पिछले सप्ताह ‘रेल रोको’ अभियान की घोषणा की थी। इसी कड़ी में आज संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से पूरे देश में रेल रोको आंदोलन किया जा रहा है। अंबाला, पटना, जम्मू-कश्मीर, पलवल और रांची में इस अभियान का असर देखने को मिल रहा है। वहीं जयपुर में प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठ गए हैं।
किसानों के रेल रोको आंदोलन के कारण ओडिशा की पुरी से उत्तराखंड के हरिद्वार तक जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया है। क्योंकि किसानों ने मोदीनगर रेलवे स्टेशन पर रेल पटरियों को जाम कर कर दिया है। रेलवे ने बताया है कि कुल 25 ट्रेनों पर रेल रोको आंदोलन का असर हुआ है।
हरियाणा के खरक पुनिया में बीकेयू के राकेश टिकैत ने कहा, “केंद्र को किसी तरह की कोई गलत धारणा नहीं होनी चाहिए कि किसान फसल की कटाई के लिए वापस चले जाएंगे। यदि उन्होंने जोर दिया तो हम अपनी फसलों को जला देंगे। उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि विरोध 2 महीने में खत्म हो जाएगा। हम फसल काटने के साथ-साथ विरोध करेंगे।”
पश्चिमी यूपी के अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन शुरू हो गया है। वहीं सहारनपुर जनपद के टपरी जंक्शन पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे हैं और उन्होंने स्टेशन पर ही चाय व हलवा बनाना शुरू कर दिया है। उधर, मेरठ सिटी जंक्शन पर भी कार्यकर्ताओं का जत्था पहुंच चुका है। वे पटरी पर दरी डालकर बैठ गए हैं और उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
किसान आंदोलन के क्रम में उत्तराखंड में भी गुरुवार को रेल रोको आंदोलन के समर्थन में धरना और प्रदर्शन किया गया। इसके तहत किसानों के विभिन्न संगठन रुड़की रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। करीब 20 मिनट बाद एएसडीएम पूरण सिंह राणा को ज्ञापन देकर किसानों ने धरना समाप्त कर दिया।
यूपी एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, “यूपी में किसान आंदोलन अब तक शांतिपूर्ण है। अभी तक न तो किसी कानून-व्यवस्था की स्थिति की सूचना दी गई और न ही ‘रेल रोको’ आंदोलन अभियान की। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसानों की आड़ में कोई असामाजिक तत्व शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को बर्बाद न करें। पुलिस को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।“