स्पुतनिक v अगले सप्ताह से बाजार में होगा उपलब्ध, जुलाई से भारत में ही होगा उत्पादन
चिरौरी न्यूज़
नई दिल्ली: देश में कोरोना की लहर के बीच तक़रीबन सभी राज्य सरकारों ने वैक्सीन की कमी के लिए केंद्र सरकार को कोसना शुरू किया, दिल्ली में तो कोवैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण केंद्र पर लोगों को अब सिर्फ कोविशील्ड का टीका ही दिया जा रहा है। ऐसे में आज नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि अगले हफ्ते से लोगों को स्पुतनिक का टीका लगाया जा सकता है। इस वैक्सीन का जुलाई से भारत में ही उत्पादन होगा।
डॉक्टर पॉल ने कहा कि कोई भी वैक्सीन जिसे एफडीए या डब्ल्यूएचओ ने अनुमति प्रदान किया हो वो उसे भारत आने की अनुमति होगी। इंपोर्ट लाइसेंस एक से दो दिन में दे दिया जायेगा। उन्होने कहा कि कोई भी इंपोर्ट लाइसेंस लंबित नहीं है।
डॉक्टर पॉल कहा, ”स्पुतनिक वैक्सीन भारत में पहुंच गई है। मुझे यह कहते हुए खुशी है कि हम उम्मीद करते हैं कि अगले हफ्ते से यह बाजार में उपलब्ध रहेगी। हम यह भी आशा करते हैं कि रूस से आई वैक्सीन की सीमित मात्रा में बिक्री अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगी।”
डॉ। वीके पॉल ने कहा कि अगस्त से दिसंबंर में आठ वैक्सीन की 216 करोड़ डोज हमारे पास होगी। डॉक्टर पॉल का ये बयान तब आया है जब दिल्ली, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों ने वैक्सीन की कमी की शिकायत की है। दिल्ली और महाराष्ट्र में 18 से 44 साल तक की उम्र के लोगों के टीकाकरण पर रोक लगा दी गई है।
वहीँ दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि केंद्र ने अबतक मौजूदा टीकाकरण अभियान के लिए कोविड-19 टीके की 35।6 करोड़ खुराक खरीदी हैं, इसके अतिरिक्त 16 करोड़ खुराक (सीधी खरीद के जरिये) राज्यों और निजी अस्पतालों तक पहुंचाए जाने की प्रक्रिया में है।
डाॅ पाॅल ने कहा कि लोगों का कहना है कि कोवैक्सीन के निर्माण में अन्य कंपनियों की मदद भी लेनी चाहिए। मैं यह बताते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं कि जब हमने इस संबंध में कोवैक्सीन की निर्माता कंपनी भारत बाॅयोटेक से इस बारे में चर्चा की तो उन्होंने इसपर अपनी सहमति दे दी और इस प्रस्ताव का स्वागत किया। इस वैक्सीन की मदद से कोरोना वायरस को मारा जा सकता है और इसका निर्माण सिर्फ BSL3 लैब में किया जा सकता है।
प्रेस काॅन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हमने अबतक 17।72 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगा दिया है। अमेरिका में 26 करोड़ लोगों को टीका दिया जा चुका है। इस तरह से भारत टीकाकरण के मामले में विश्व में तीसरे नंबर पर है।