सुभाष घई बोले, रणबीर कपूर अब पहले से ज़्यादा परिपक्व, आलिया भट्ट से शादी ने दी उन्हें नई दिशा
चिरौरी न्यूज
नई दिल्ली: बॉलीवुड के दिग्गज फिल्ममेकर सुभाष घई ने अभिनेता रणबीर कपूर के अब तक के सफर और उनके व्यक्तित्व में आए बदलाव पर खुलकर बात की है। घई ने बताया कि कैसे एक समय पर अपने पिता ऋषि कपूर से टकराने वाला रणबीर आज एक समझदार, स्थिर और पारिवारिक इंसान बन गया है।
CNN-News18 से बातचीत में सुभाष घई ने कहा, “ऋषि कपूर और रणबीर कपूर दो बहुत अलग शख्सियतें थे। हर पीढ़ी अपने माता-पिता से अलग जीना चाहती है, और वहीं से मतभेद शुरू होते हैं। दोनों के बीच खूब बहस होती थी, लेकिन उनके बीच गहरा प्यार भी था। ऋषि को लगता था कि रणबीर पश्चिमी सिनेमा की ओर ज़्यादा झुका है, जबकि वह चाहते थे कि अगर रणबीर को बॉलीवुड में आगे बढ़ना है तो उसे पूरी तरह हिंदी सिनेमा को अपनाना चाहिए।”
घई ने रणबीर की कलात्मकता और समर्पण की तारीफ करते हुए कहा, “रणबीर जब किसी किरदार को निभाते हैं तो खुद को पूरी तरह झोंक देते हैं। उन्होंने कई तरह के किरदार आजमाए — कुछ चले, कुछ नहीं — लेकिन आज वह एक नंबर वन स्टार और उम्दा अभिनेता दोनों हैं। कई बार सोचता हूं, काश ऋषि आज ज़िंदा होते तो मैं उनसे कहता, ‘देखो, तुम्हारा बेटा कहां पहुंच गया।’ मैं ऋषि से कहता था, उसे ज़्यादा टोकना मत, उसे अपना रास्ता खुद खोजने दो। हर पिता चाहता है कि उसका बेटा उससे आगे बढ़े।”
फिल्ममेकर ने यह भी कहा कि आलिया भट्ट से शादी के बाद रणबीर का व्यक्तित्व और भी संतुलित हो गया है।
“वह शादी के बाद और भी परिपक्व हो गया है। आज भी जब हम मिलते हैं तो वह बड़ों के पैर छूता है, आदर से पेश आता है। उसमें विनम्रता और सादगी अब भी बरकरार है,” घई ने बताया।
नेपोटिज्म पर चल रही बहस को लेकर सुभाष घई ने कहा, “फिल्म इंडस्ट्री में आख़िरकार टिकता वही है जिसके पास टैलेंट और मेहनत है। बहुत से फिल्मी परिवारों के बच्चे सफल नहीं हो पाए क्योंकि उनमें वह बात नहीं थी।”
